Error loading page.
Try refreshing the page. If that doesn't work, there may be a network issue, and you can use our self test page to see what's preventing the page from loading.
Learn more about possible network issues or contact support for more help.

Lafzon Ke Darmiyaan

ebook

हर कवि के लिए किसी कविता की शुरुआत एक आदत से होती है। आदत हर घटना, हर गुफ़्तुगु को शब्दों में पिरो कर काग़ज़ पर उतारने की और एक धीरे-धीरे बढ़ते हुए विश्वास की, कि शायद यह अहसास जो मुझे महसूस हुए दूसरों को भी आकर्षित करे। इस तरह से मेरे अल्फ़ाज़ आप तक पहुँच गए।

कविताएँ हमारे शब्दों को प्रेरणा और हालातों से जोड़ कर एक बम की तरह ज़हन में फूटती है। हर एक शब्द सही है या ग़लत, यह आप पढ़ते हुए तय करेंगे पर इस कलाम को लिखते वक़्त जो रूहानी अहसास होते हैं वो आपके अंदर का कवि ही पहचान पाएगा। क्यूँकि वह इस किताब के भी पार है। किताब और शब्द तो एक माध्यम और कोशिश है।

मुंबई की IT प्रोफ़ेशनल, युवा हिन्दी लेखिका शबनम खानम हिन्दी, उर्दू और इंग्लिश में कविताएँ और...


Expand title description text
Publisher: Rajmangal Publishers

Kindle Book

  • Release date: July 6, 2020

OverDrive Read

  • ISBN: 9781393094258
  • Release date: July 6, 2020

EPUB ebook

  • ISBN: 9781393094258
  • File size: 216 KB
  • Release date: July 6, 2020

Formats

Kindle Book
OverDrive Read
EPUB ebook

Languages

Hindi

हर कवि के लिए किसी कविता की शुरुआत एक आदत से होती है। आदत हर घटना, हर गुफ़्तुगु को शब्दों में पिरो कर काग़ज़ पर उतारने की और एक धीरे-धीरे बढ़ते हुए विश्वास की, कि शायद यह अहसास जो मुझे महसूस हुए दूसरों को भी आकर्षित करे। इस तरह से मेरे अल्फ़ाज़ आप तक पहुँच गए।

कविताएँ हमारे शब्दों को प्रेरणा और हालातों से जोड़ कर एक बम की तरह ज़हन में फूटती है। हर एक शब्द सही है या ग़लत, यह आप पढ़ते हुए तय करेंगे पर इस कलाम को लिखते वक़्त जो रूहानी अहसास होते हैं वो आपके अंदर का कवि ही पहचान पाएगा। क्यूँकि वह इस किताब के भी पार है। किताब और शब्द तो एक माध्यम और कोशिश है।

मुंबई की IT प्रोफ़ेशनल, युवा हिन्दी लेखिका शबनम खानम हिन्दी, उर्दू और इंग्लिश में कविताएँ और...


Expand title description text