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रिया एक रहस्य ( Riya Ek Rahasya )

ebook

यह कहानी एक लड़की के ज़िंदगी के रहस्य के बारे में है। जिसमें लड़की को अपने रहस्य के बारे पता चलता है।
क्या हो रहा है अभी तक तुम तैयार नहीं हुई है हमें ऑफिस के लिए लेट हो रहा है क्या कर रही हो तुम रिया मोना ने कमरे में आकर कहा ''
'' कुछ नहीं तैयार हो रही हूं पर मेरा आज मन नहीं हो रहा है कि मैं ऑफिस जाऊं क्योंकि कल जो हुआ उसके बाद मुझे ऑफिस जाने में अच्छा नहीं लगेगा रिया ने मोना की तरह देख कर कहा" (लम्बे घने बाल, गोरा रंग तथा नीली आंखें मानो कोई अप्सरा पृथ्वी पर उतर आई हो रिया वाकई में बहुत सुंदर थी)
"अरे यार यह सब तो होता रहता है और वैसे भी कौन सा ऐसा रोज-रोज होता है और चल मन छोटा मत कर ऐसा करेंगे ऑफिस के बाद हम लोग कहीं घूमने चलेंगे और वैसे भी मुंबई में तो बहुत सारी जगह है घूमने के लिए तो कहीं भी चलेंगे घूमने के लिए ठीक है मोना ने रिया से कहा ''
''अगर तू कह रही है तो चल रही हूं रिया ने बेमन से कहा" इसके बाद रिया तैयार होने लगती है ..... ''रिया एक अनाथ लड़की है वह अपनी बुआ के पास रहती है बचपन में ही उसके माता-पिता एक एक्सीडेंट में गुजर गए तब से वह अपनी बुआ के पास ही रहती है अब उसकी बुआ काफी उम्र दराज हो चुकी है इसलिए वह अपना तथा अपनी बुआ का खर्च नौकरी करके चलाती हैं तथा मोना भी उन्ही लोगो के साथ रहती है उसकी बुआ भी उसी के साथ रहती हैं पर आज वह कहीं बाहर गई हुई है"


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Series: Bhumika Stories Publisher: AAKIL AHMED SAIFI

Kindle Book

  • Release date: June 3, 2021

OverDrive Read

  • ISBN: 9781005276041
  • Release date: June 3, 2021

EPUB ebook

  • ISBN: 9781005276041
  • File size: 417 KB
  • Release date: June 3, 2021

Formats

Kindle Book
OverDrive Read
EPUB ebook

Languages

Hindi

यह कहानी एक लड़की के ज़िंदगी के रहस्य के बारे में है। जिसमें लड़की को अपने रहस्य के बारे पता चलता है।
क्या हो रहा है अभी तक तुम तैयार नहीं हुई है हमें ऑफिस के लिए लेट हो रहा है क्या कर रही हो तुम रिया मोना ने कमरे में आकर कहा ''
'' कुछ नहीं तैयार हो रही हूं पर मेरा आज मन नहीं हो रहा है कि मैं ऑफिस जाऊं क्योंकि कल जो हुआ उसके बाद मुझे ऑफिस जाने में अच्छा नहीं लगेगा रिया ने मोना की तरह देख कर कहा" (लम्बे घने बाल, गोरा रंग तथा नीली आंखें मानो कोई अप्सरा पृथ्वी पर उतर आई हो रिया वाकई में बहुत सुंदर थी)
"अरे यार यह सब तो होता रहता है और वैसे भी कौन सा ऐसा रोज-रोज होता है और चल मन छोटा मत कर ऐसा करेंगे ऑफिस के बाद हम लोग कहीं घूमने चलेंगे और वैसे भी मुंबई में तो बहुत सारी जगह है घूमने के लिए तो कहीं भी चलेंगे घूमने के लिए ठीक है मोना ने रिया से कहा ''
''अगर तू कह रही है तो चल रही हूं रिया ने बेमन से कहा" इसके बाद रिया तैयार होने लगती है ..... ''रिया एक अनाथ लड़की है वह अपनी बुआ के पास रहती है बचपन में ही उसके माता-पिता एक एक्सीडेंट में गुजर गए तब से वह अपनी बुआ के पास ही रहती है अब उसकी बुआ काफी उम्र दराज हो चुकी है इसलिए वह अपना तथा अपनी बुआ का खर्च नौकरी करके चलाती हैं तथा मोना भी उन्ही लोगो के साथ रहती है उसकी बुआ भी उसी के साथ रहती हैं पर आज वह कहीं बाहर गई हुई है"


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